https://www.youtube.com/watch?v=xAs_6NoBLJo
जिंदगी से यार रोमांस ही चला गया
मौज, मस्ती और डांस ही चला गया
कॉलेज की कैंटीन में बैठ, पालमिस्ट्री की क्लास चलाना
और आँखों की गहराई नापकर – भूत और भविष्य बताना
वो कविता पाठ में उनके तरफ बार बार नजरें घुमाना
और हर रोमांटिक शेर की वाह वाह पर, अपने बालो को लहराना
वो आँखों ही आँखों में बात करने की निराली कलाकारी
और उन पर उठे किसी की नजर, तो मरने मारने की तैयारी
वो पार्टी में डांस करते करते, उनकी तरफ चले जाना
और जैसे ही उनका साथ मिले, तो अपने यारो को भूल जाना
वो नोटबुक के पिछले पन्नो पर कॉपी पेस्ट शायरी का आदान प्रदान
और हमारी हरकतों को देख, पापा के ये कहना की लड़का हो रहा है जवान
यूँ तो तब फूटी कौड़ी भी नहीं होती थी जेब में, पर फिर भी कई हसरतो का जागना
और उनके लिए एक महंगा परफ्यूम खरीदने के लिए, पास वाले शहर तक भागना
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अब तो लगे गए है मोटेमोटे चश्मे, तो कैसे आँखों ही आँखों में बतियाये
और बाल इतने बचे ही नहीं, कि शेरो शायरी पर लहराए
मन तो करता है डांस करने का, पर मोच आने का है डर
और लोग तो खूब हसेंगे, फिसल के गिर जायेगे जो हम अगर
और कभी कोशिस करो, तो वो ही बोलती है, कि तुम्हे बड़ी जवानी सूझ रही है
अपने उम्र का तो करो लिहाज, वरना ये दुनिया कुछ और ही बूझ रही है
वैसे तोहफा लेने पास वाले शहर को अब भी हम जाते है
पर परफ्यूम नही – अब आयोडेक्स, मूव और झंडुबाम का मेगा पैक खरीद कर लाते है
दौड़ते अभी भी है, पर दौड़ते है निन्यानवे के फेर में
रोमांस की बाते पड़ी रह गयी, कहीं किसी ढेर में
अब तो आलम ये है, कि जवान लोगो को देखकर यही आह भर लेते है
अपने साथ खड़े किसी हम-उम्र से बस यही कह लेते है
कि जिंदगी से यार रोमांस ही चला गया
मौज, मस्ती और डांस ही चला गया