मुझे छोटे-छोटे लम्हेसमेटने का जूनून हैभले न बड़ा न महंगाथोड़े में ही सुकून है बच्चे की नादानी मासूम से सवालबाग़ में खिले फूलअतरंगी सा ख्याल दोस्तों के संग मज़ाकअजनबी की मुस्कान महबूब की शिकायतकभी मौसम मेहरबान किसी ख़ास की याद माँ की प्यारी थपकीपापा की वो हिदायत संडे दोपहर की झपकी मेसेज का तुरंत जवाबकहीं…
Tag: Poetry
मृत्यु
यूँ ही ख्याल आया – जब समझ ये आ जायेकी कुछ ही साँसे बाकी हैँये लगने जब लगता होअब चंद लम्हों की झांकी है जब पता चले अंतिम पल हैअब यहाँ वापस नहीं आनाइंसान जीना चाहता होगा यामृत्यु की गोद में समा जाना जब शरीर से रूह का बंधनछूट कर टूट रहा होता है उस…
दोस्ती से इश्क़ तक
इश्क करते हैँ पर दोस्ती में छिपाकरसब कह भी देते हैँ उसे मजाक बताकर हरेक लम्हा हर पल यूं तो फ़िक्र भी हैकिसी न किसी बहाने उसका जिक्र भी है खूब सजा दे रहे हो दोस्त दोस्ती निभाने की हम ही से सलाह लेते हो हमको सताने की रूहानी माना सुनने में असरदार लगता हैपर…
उधार की जिंदगी
चाहिए बड़ी गाड़ी, बड़ा घर और हर बड़ी चीज पर नजर नौकरों की भी बड़ी फ़ौज होरोज नयी पार्टियों की मौज हो चमकते झूमर दमकते कालीन सब चकाचौंध और सब रंगीन सब कुछ बड़ा, सब कुछ नया पैसा ये आया और झट वो गया ऐसा जीवन अमूमन सब चाहते हैं चाहें वो भले, पर क्या…
लिखता हूँ
जब जब भी मैं खुद को हम लिखता हूँ तब तुम को भी अपने संग लिखता हूँ दुनिया पढ़ के मेरे जो शेर वाह करती है मैं बस अश्कों से अपनी जंग लिखता हूँ हवस और हसरतों को जो प्यार कहते हैं सर ढक कर मैं इश्क का ढंग लिखता हूँ हमारे ऐब गिनाते समय…